बाथरूम का स्थान:
दक्षिण-पूर्व दिशा को अग्नि तत्व से जोड़ा जाता है, इसलिए यहां बाथरूम रखना वास्तु के अनुसार उचित नहीं माना जाता। अगर आपका बाथरूम इस दिशा में है, तो आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के उपाय:
पानी और आग का संयोजन:
बाथरूम में आग और पानी का संयोजन न हो, इस बात का ध्यान रखें। अगर संभव हो, तो बाथरूम को पानी के स्रोत से दूर रखें।
स्वच्छता का ध्यान रखें:
बाथरूम को हमेशा स्वच्छ और सूखा रखें। नियमित रूप से सफाई करने से नकारात्मक ऊर्जा कम होती है और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
नक्शे और चित्र:
बाथरूम की दीवारों पर सकारात्मक चित्र और कैलेंडर लगाएं। ये चित्र आपके दिमाग को शांत रखने और ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में मोड़ने में मदद करेंगे।
मंत्र और ध्यान:
बाथरूम के अंदर सुबह और शाम को शांति बनाए रखने के लिए कुछ समय ध्यान करें। इस दौरान आप सकारात्मक मंत्र भी जप सकते हैं, जैसे "ॐ नमः शिवाय"।
लाइटिंग:
बाथरूम में उचित रोशनी का प्रबंध करें। अच्छी रोशनी से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सुनिश्चित होता है।
बाथरूम की जगह बदलना:
यदि संभव हो, तो बाथरूम की स्थिति को बदलने पर विचार करें। बाथरूम को घर के अन्य दिशा में स्थानांतरित करना वास्तु के अनुसार एक प्रभावी समाधान हो सकता है।
Comments